Monday, October 8, 2018

Powerful Thought अपने आप को दुनिया का सबसे बड़ा आदमी कैसे बनाये

दुनिया का सबसे बड़ा आदमी बनना कोई इतना बड़ा काम नहीं है जितना की हम सभी लोग समझते है हमें बस कुछ step को फॉलो करना होता है,  पर वह हम नहीं कर पाते है जिसकी वजह से हम गरीब बने रहते है| आपने यह तो देखा या सुना ही होगा की जो राजा हुआ करते थे वह कितने जल्दी भिखारी बन गए और जो भिखारी हुआ करते थे वे कितने जल्दी राजा बन गए|
इसका मतलब  बहुत ही साफ है जो राजा से भिखारी बने वह समय का दुरूपयोग किये इसलिए समय ने उन्हें भिखारी बना दिया और जो भिखारी से राजा बने वे समय का सदुपयोग किये इस लिए समय ने उन्हें भिखारी से राजा बना दिया, तो आइये हम लोग एक झलक समय पर डालते है की किस प्रकार हम समय का सही सदुपयोग कर सकते है और कुछ समय के बारे में जानते है|

Time की एक झलक-

समय तभी आपकी सहायता कर सकता है जब उसका सदुपयोग हो अगर आप समय का दुरूपयोग करते है तो समय आपकी मदद नहीं कर सकता है, समय ही दुनिया में एक ऐसी चीज है जो ईश्वर ने सबको सामान दिया है चाहे वह इस दुनिया का कितना भी बड़ा आदमी क्यों न हो उसके पास भी 24 घंटे ही होते है जो की हमारे पास होते है, फिर वह क्यों अमिर होता है और हम क्यों गरीब होते है इसका एक ही कारण है की वह समय का सदुपयोग करता है

समय का सदुपयोग कैसे करे-

Time Table (टाइम टेबल) का होना- भले ही आप के पास बहुत समय हो लेकिन आप समय से कुछ नहीं हाशिल कर सकते जब – तक की आपके पास सही समय पर सही कार्य करने की प्लान न हो अर्थात टाइम टेबल न हो इसलिए आप के पास सटीक टाइम टेबल होना चाहिए क्योकि जितना ही सटीक प्लान आपके पास होगा आप उतना ही सही तरीके से अपने समय का सदुपयोग कर पाएंगे और जितना आप समय का सदुपयोग करेंगे उतना ही आप आगे बढ़ेंगे|

उदाहरण के रूप में एक कहानी

मै एक उदाहरण आप लोगो के सामने प्रस्तुत करना चाहता हु एक बार एक गाँव में एक बहुत ही गरीब किसान रहता था एक बार उसके यहाँ एक बहुत ही तेजस्वी साधू आये उस गरीब किसान ने उस साधू महात्मा की बहुत सेवा की उसकी सेवा से खुश होकर उस साधू ने जाते वक्त उस किसान को एक जादुई पत्थर दिया और बोला की जितना भी लोहा में तुम इस पत्थर को टच करोगे वह लोहा सोना में तब्दील हो जायेगा इसे तुम एक हप्ते के लिए अपने पास रख सकते हो उसके बाद मै आऊंगा और इसे लेलूँगा इतना कह कर साधू चले गए|
किसान बहुत खुश हुआ उसने अपने घर के जो भी लोहे थे उसे इकट्ठा किया जो कि बहुत ही कम मात्रा में थे उसे उसने टच किया पत्थर से और वह लोहा सब सोना में तब्दील हो गया वह बहुत खुश हुआ और बाजार गया अपने आवश्यकता की सारी चीजें लेकर आया और उसने लोहे का भाव पता किया और भाव पता करने के बाद उसने सोचा कि चलो मैं कल आ करके लोहे खरीदूंगा
अगला दिन वह फिर बाजार आया और लोहे का भाव पता किया तो उस दिन लोहे का भाव थोड़ा बढ़ गया था उसने बोला कि कल तो कम था और आज बढ़ गया है चलो मैं दो-तीन दिन के बाद आता हूं तब तक लोहे का भाव थोड़ा बहुत कम हो जाएगा फिर मैं लोहे खरीदूंगा ऐसा करते करते पूरा हफ्ता निकल गया तब तक साधु महात्मा उसके घर आ गए और उन्होंने अपने पत्थर को मांगा इस पर किसान पैर पकड़कर गिडगिडाने लगा कि महाराज मुझे कुछ घंटों की मोहलत और दे दीजिए
अभी तो मैंने कुछ ज्यादा किया ही नहीं इस पर साधु महात्मा बहुत क्रोधित हुए और उन्होंने अपने पत्थर को ले लिया और वह वहां से चल दिए और उन्होंने बोला जो व्यक्ति समय पर सही कार्य नहीं करता है समय का सदुपयोग नहीं करता है वह हमेशा ही गरीब और दरिद्र बना रहता है

इस कहानी से मिली शिक्षा-

अतः इस कहानी से हमें यही शिक्षा मिलती है अगर वह किसान सही समय पर सही कार्यकर्ता या फिर उसके पास उस पूरे हफ्ते का कोई टाइम टेबल होता कार्य करने का तो वह दुनिया का सबसे बड़ा अमीर आदमी होता लेकिन उसने समय का कदर नहीं किया समय का सदुपयोग नहीं किया जिसकी वजह से वह गरीब का गरीब ही रह गया
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